स्वामी विवेकानंद की आध्यात्मिक यात्रा में काकडी़घाट का विशेष स्थान है। यह एक ऐसा स्थान है जहाँ उन्होंने एक ऐसी गहन अनुभूति का अनुभव किया जिसने ब्रह्मांड के बारे में उनकी जिज्ञासा का स्पष्ट समाधान किया। अभी भी काकडी़घाट का शांत और पवित्र वातावरण भक्तों और आगंतुकों को प्रेरित करता रहता है तथा स्वामी...
नंदादेवी राजजात कुमाऊँ-2000
नंदा राजजात की परम्परा कुमाऊँ में किस तरहसे प्रारम्भ हुई इस विषय में इतिहास मौन है। नंदादेवी सम्भ्वतः कत्यूरी नरेशों की भी ईष्ट देवी थी। कत्यूरी नरेश ललितशूरदेव के ई.853 के ताम्रपत्र में वंश शाखा संस्थापक निंबर को...